7 बातें जो फ़ेयरवेल के समय ध्यान रखे

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मिलना और बिछड़ना जीवन के दो रूप है। हम जीवन के हर मोड़ पर नए नए लोगों से मिलते है। कुछ तो लम्बे समय तक साथ रहते है, कुछ समय के साथ साथ बदलते जाते है। पूरे जीवन के समय काल को अगर देखा जाए तो सबसे अच्छा और यादगार स्कूल लाइफ़ ही होती है जिसमें बचपन का लम्बा समय स्कूल में बिताते है। छोटे से बचपन से टीनेजर बनने तक और स्कूल से स्कूल छोड़ने तक बहुत सारी यादें स्कूल की जो कि जीवन भर हमें याद रहने वाली होती है। तो क्यों ना अपने फ़ेयरवेल को इतना यादगार बनाया जाए कि जाते जाते स्कूल के लिए भी यादगार बने। तो प्रिन्सिपल होने के नाते और अपने कुछ लाइफ़ experience से मैं कुछ 7 बातें आप सभी को बताना चाहता हूँ, जिन्हें आप अपने फ़ेयरवेल को यादगार बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हो।

स्कूल को कोई गिफ़्ट दो

बहुत से स्टूडेंट्स को लगेगा कि सर इसमें फ़ायदा देख रहे है। लेकिन ये ज़रूरी है क्योंकि आप एक अच्छी ख़ासी अमाउंट खर्च करने वाले हो अपने फ़ेयरवेल पर। डेकोरेशन करोगे, कुछ दिन बाद ख़राब हो जाएगा, खाना – पीना तो बस उसी दिन के लिए सीमित रहेगा। आप चले जाने वाले हो कुछ दिन के बाद, कुछ पैसा बचाकर स्कूल को ऐसा कोई गिफ़्ट दो जो स्कूल के बच्चों को सालों तक कुछ फ़ायदा दे। जैसे कि मुझे याद है कि पिछले साल के बच्चों ने एक छोटा सा ऐम्प्लिफ़ायर दिया था, जो अभी भी बढ़िया चल रहा है, और समय समय पर काम आता रहता है।

बजट प्लानिंग

यह सबसे इम्पोर्टेंट है कि कोई भी इवेंट या सेलब्रेशन करने से पहले उसकी प्लानिंग कि जाए। जिसमें उसका बजट तय होना ज़रूरी है। SSD School ही एक मात्र ऐसा स्कूल होगा जो खर्चे और प्लानिंग सब स्टूडेंट्स पर छोड़ देते है ।लेकिन ये सब आप सही तरीक़े से करो, इस पर हमारा ध्यान बना रहता है। बजट प्लान करने के लिए नीचे लिखी हुई बातों का ध्यान रखे

  • Numbers of people – पहले ये तय करे कि स्टूडेंटस और टीचर्ज़ और सबको मिलकर कितने लोग होंगे।
  • Required money – उसके बाद कितना पैसा आप सभी मिल कर इकट्ठा कर सकते है । ज़रूरत से अधिक खर्च भी सही नहीं होता। यह तय होना चाहिए कि सभी बच्चे एक बराबर पैसे दे पाए।
  • उसके बाद उन इककठे हुए पैसों को कहाँ कहाँ लगाना है ये तय करे।

कोई एक लीडर चुने

किसी भी काम को सफलता पूर्वक तभी किया जा सकता है, जब आपके साथ एक काबिल लीडर हो। क्योंकि प्लानिंग के बाद उसपर काम भी करना पड़ता है। लोगों से मिलना होता है, मार्केट जाना पड़ता है और भी बहुत कुछ। ऐसे में जिसको सबसे ज़्यादा इन सबकी नॉलेज हो उसी को लीडर बनाना चाहिए। ऐसे में एक बात ये ध्यान में ज़रूर रखे कि अपने इंचार्ज टीचर को अपने सलाहकार के रूप में रखे और कोई भी काम करने से पहले उनसे डिस्कस ज़रूर करे। बाक़ी स्कूल प्रशाशन तो है ही हमेशा आपकी मदद करने के लिए।

एक थीम तय करे

थीम किसी भी पार्टी में एक अलग की जान डालता है। आप तय करते हो कि सब हैट पहन कर आएँगे या सब एक प्रकार के चश्मे पहन कर आएँगे। या किसी ख़ास ड्रेस को थीम के रूप में सलेक्ट कर सकते है।

हाल को बखूबी सजाए

आपका हॉल आपके फ़ेयरवल के विडीओ में, फ़ोटोज़ में यही दिखने वाला है। आप सज सवर कर आओ और हॉल सजा ना हो तो यादें फीकी रह जाएँगी। इसे जितना हो सके बेहतर तरीक़े से सजाए। ताकि एक एक फ़ोटोज़ और विडीओज़ में जान पड़े।

म्यूज़िक और DJ

पार्टी बिना म्यूज़िक और DJ के पार्टी नहीं कही जा सकती। तो इस बात का खाश ख़्याल हो कि कौन कौन से गाने बजाए जाए या चाहिए। उसे डाउनलोड करके पहले ही पेन ड्राइव में रख ले। ताकि पार्टी के दिन ऐसा ना हो कि सोंग ना मिला या नेटवर्क के कारण सोंग प्ले ना हो। इसके वजह से पूरे पार्टी का मज़ा किरकिरा हो सकता है। इसकी ज़िम्मेवारी लीडर उसी की लगाए या किसी मोबाइल स्टोर को कुछ पैसे देकर उन्हें लिस्ट दे सकते है। वो काम सस्ते और आराम से हो जाएगा।

सवादिस्ट खाना पीना

बिना खाने और पीने के पार्टी अधूरी है। म्यूज़िक के साथ बढ़िया खाने की व्यवस्था हो तो पार्टी में चार चाँद लग जाते है। कोल्ड ड्रिंक्स की जगह जूस और रसना रखवाओ। ये देखने में ज़्यादा अच्छा लगता है। सस्ता और हेल्थी भी होता है। खाने में फ़ास्ट फ़ूड आज काल ट्रेंड है, इसको इग्नोर नहीं किया जा सकता है। लेकिन अच्छी चीज़ें जैसे बड़ा पाओ, डोसा इत्यादि बहुत सारे फ़ूड आइटम्ज़ है जो बर्गर या पिज़्ज़ा से बेहतर है।

Food Crisis and Malnutrition

एक बात का लेकिन ख़ास ध्यान रखा जाना चाहिए कि खाना कोई भी हो लेकिन बर्बाद नहीं होना चाहिए। थोड़ा थोड़ा खाए लेकिन खाना बर्बाद ना हो। आप ज़्यादा खाना ले लो, और बाद में पता लगे कि अब आप उतना नहीं खा पाएँगे तो ऐसे में उसे छोड़ना ही पड़ता है। और ये सबसे दुखद है अगर उस खाने को फेंकना पड़े तो। क्योंकि इस बात का ध्यान ज़रूर रखे कि उस भोजन से किसी ज़रूरतमंद का पेट भार सकता था।

सबकी उपस्तिथि अनिवार्य होनी चाहिए। जाने अनजाने में जो नहीं आ पाते, वो एक बहुत यादगार मौक़े को मिस कर देते है। जिनका आगे चल कर उन्हें पछतावा होता है। मैं सभी बच्चों और उनके पेरेंट्स से अनुरोध करूँगा कि अपनी सोच को खुला रखकर इस फ़ेयरवेल को बेहतर तरीक़े से मनाने में मदद करे। धन्यवाद

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